Dr. Navin Kumar Upadhyay Poems

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हम उनसे उनकी ही बात करते हैं कि
हम तुमको याद करते हैं
लेकिन तुम खत क्यों नहीं लिखते;
उनने हँसकर कहा,
...

कई वर्षोंं बाद उनने अपने करतल दिखाये,
मेंहदी देख पूछा, रात लगाया क्या?
जबाब मिला,
ये वही है, जो तुमने लगाया था कई साल पहले;
...

शादी के पल जो सात फेरे लगते हैं,
एक ही बार सातों जन्म याद दिला देते हैं,
फिर तो चलता रहता जिन्दगी भर फेरा,
आदमी को न रास आता कभी अपना बसेरा।
...

155.
रात भर आजकल सो नहीं

157.
हम तो हमेशा

158.
लव दीख रहा हर जगह तमाम,

159.
हार में ही जीत छिपी

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