Kavyaras ByPreksha

Kavyaras ByPreksha Poems

मुश्किले इंसान के इरादे आजमाती है, स्वप्न के पर्दे निगाहों से गिराती है|
गिरकर मत हार ऐ मुसाफिर, मुश्किले इंसान को जीना सिखाती है ||
...

सारा जहां कर रहा तलाश है वह स्वयं के ही पास
जी हां वह है सुकून शांति अमन सुख चैन जो खो गया है जीवन की आपाधापी में
कर दिया सबको बेचैन कहां जाएं कैसे खोजें क्या क्या करें प्रयास
कैसे मिलेगा बाहर जो है स्वयं के पास
...

The Best Poem Of Kavyaras ByPreksha

मुश्किले

मुश्किले इंसान के इरादे आजमाती है, स्वप्न के पर्दे निगाहों से गिराती है|
गिरकर मत हार ऐ मुसाफिर, मुश्किले इंसान को जीना सिखाती है ||

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