Mayank Poems

Hit Title Date Added
1.
Mother

अन्नपूर्णा के रूप में रसोई घर की शान है माँ,
ममता का आरंभ व अन्त है माँ,
घर रुपी मंदिर में ईश्वर का आशीर्वाद है माँ,
बिन कांटों का खिलता गुलाब है माँ,
...

Close
Error Success