तोहसे आनलाइन करब हम त प्यार गोरी ना,
करबू केतनो तूं उपइया अब हज़ार गोरी ना.
दुनिया ई हो गइल अब ग्लोबल गाँव हो,
बच के गोरी जइबू बतावा कवनीं ठांव हो.
करब तोहसे हम त अँखिया दू-चार गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
चैटिंग करब तोहसे सैटिंग भिड़ाइब,
मान-मनुहार करब नैना लड़ाइब.
दिल से दिल पे होई वार धमकादार गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
फेसबुक में तोहके हम रचि-रचि सजाइब,
अपने सपनवां कय दुनियाँ बसाइब.
कईसे देबू अब तूं हमके नकार गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
करब सनम तोहके रोज-रोज ट्वीट हो,
मैसेज भेजब गोरी हम स्वीट-स्वीट हो.
जोड़ब तोहसे हम नेहिया कय तार गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
सात समुन्दर कय दूरी झट मिटाइब,
दिल के मंदिरवा तोहके हो बिठाइब.
तोरब तोहरी खातिर हम त पहाड़ गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
हॉट लाईन लन्दन से तोहके लगाइब,
मनवां कय बतिया सारी तोहके बताइब.
हम त डूबब तोहरे प्यार के मझधार गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
लड़बंय सगरी हम लड़ईया आर-पार गोरी ना.
करबू केतनो तूं उपइया अब हज़ार गोरी ना.
जीति लेबंय हम तोहर ऐतबार गोरी ना,
तोहसे आनलाइन करब.........................
उपेन्द्र सिंह ‘सुमन’
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