वैसे तो दुनियाँ के सभी देशों में जाति या वर्ग है
और सबका अपना-अपना कायदा है।
परन्तु
भारत में जाति-व्यवस्था का बड़ा ही फायदा है।
यहाँ जाति के आधार पर ही लोग क्षण-क्षण
आरक्षण का उपभोग कर रहे हैं।
जाति के आधार पर ही
नेता नये-नये प्रयोग कर रहे है।
जाति यहाँ परजीवी बने रहने का अक्षुण अधिकार है।
जाति के आधार पर ही सभी राजनीतिक व्यापार है।
जाति के आधार पर ही सब में एका है।
जाति के आधार पर ही वोट बैंक है
चुनाव जिताने का ठेका है।
जाति के आधार पर ही नौकरी और प्रमोशन।
जाति के आधार पर ही सियासत का सूरज रोशन है।
इसलिए यहाँ जाति जिन्दाबाद है।
इसीलिये यहाँ जाति आबाद है।
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