बात उस समय की है जब मै English.com ज्वाइन किया था,
कुछ चीजें जानता था कुछ से अनजान था! !
पहली ही क्लास में सर ने किये शिफ्ट बैच,
क्योकि आपलोगो के सिलेबस से करना था मैच! !
फिर कुछ ही दिनों बाद सर ने लिए एक टेस्ट,
हमने भी उसमे दिया अपना बेस्ट! !
फिर आया स्पीकिंग का टाइम,
हम भी पूरी जान लगाकर रहे कायम! !
फिर बरी आयी केबिन क्लास की;
जहाँ सर हमलोग को सुनते थे ध्यान से,
फिर बताते थे की कहाँ सुधार की जरुरत है प्यार से! !
फिर आया पोडियम (Podium) क्लास की बरी;
नाम सुनते ही लड़के होने लगे काम,
क्योकि सर जिराने लगे एटम बम (Atom Bomb) ! !
मिलने लगा होमवर्क ज्यादा,
हमलोग भी ईमानदारी से करते थे आधा! !
फिर आया डिबेट (Debate) का सेशन,
जहाँ सबसे पहले सर करते थे हमें मेन्शन ! !
अब बरी आया G.D क्लास की;
अभी तक G.D और Debate में समझ में नहीं आया कोई अंतर,
हो सकता है आगे दे हमें कोई मंतर! !
सर को पुरे क्लास में मेरे नाम में होता रहा Confusion,
सोच रहा हूँ जाते जाते दे दू Solution! !
English.com के पास अंग्रेजी सीखने के तरीके है अच्छे,
इसीलिए तो यहाँ सिखने आते है हर प्रकार के बच्चे! !
धन्यवाद
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