फूलों कलियों ने मिलकर Poem by Priya Guru

फूलों कलियों ने मिलकर

फूलों कलियों ने मिलकर ये अर्जी दी है
जब वो हसीं बाहर निकलें तो ज़रा बता दिया करो
हमें अपने आशिक़ों पर शक होता है

Wednesday, January 13, 2016
Topic(s) of this poem: beauty
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