बेटियां ही एक सम्पूर्ण परिवार की द्योतक होती हैं;
बेटियां अपने पिता के माथे की चमक होती हैं |
बेटियां ही हर घर के आँगन की रौनक होती हैं;
बेटियों से ही घर में सानो-सौकत होती है |
बेटियों से घर में सुख समृद्धि रहती है;
बेटियों के रहने से घर में लक्ष्मी आती रहती है |
बेटियों से ही समाज के दो परिवार जुड़ता हैं;
फिर ये समाज बेटियों के विरोध में क्यों बोलता है?
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Very nice sir 😊