दोस्त Poem by Rinku Tiwari

दोस्त

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शब्द आप दो
गीत हम बनाएँगें
रास्ते आप दो
मंजिल हम बनाएँगे
सच्चे दोस्त आप बने
दोस्ती हम निभायेगेँ ॥
आपकी दोस्ती की
एक नजर चाहिये
दिल हैं बेघर
उसे एक घर चाहिये
आप जैसे दोस्त की
दोस्ती हमें उम्र भर चाहिये ॥
आज दिल में नहीं कुछ
दर्द के सिवा
आज आँखो में नहीं कुछ
आँसू के सिवा
दोस्त मेरा साथ बन छोड़ना
जिन्दगी में नहीं कुछ
तेरी दोस्ती के सिवा ॥
गुजरे हुए कल की
याद आती हैं
इसलिए तो मेरी
आँखें भर जाती हैं
जब सुबह रंगीन मौसम
निराली बन जाती हैं
तब आप जैसे
दोस्त की याद आती हैं ॥

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