हमेशा अभिलाषी
चेहरा आपका शुष्क हो सकता है
कुछ ना कहने पर मजबूर हो सकता है
जुबान होते हुए भी चुप रेहने पर उतारू है
पर ये उपाय सुचारु है।
आपको यही सब करना होगा
कुछ कहने पर सवको दुःख होगा
बेहतर यही होगा आप शांति रखे
खुद ही झहर का अनुभव करें।
कितना झुलम ढाया है लोगो ने आप पर
फिर भी चुप रहे और सहते रहे क्रूरता पर
आपका जुबान न खोलना एक उत्तम नमूना है
आपका कुसूर ना होते आप कुसूरवार है।
आप ज़िंदा होते हुए भी भीतर से जल रहे है
आप का मन नदी की धारा जैसा बह रहा है
आपके मन में किसी तरह की वैमन्सयता नहीं है
आप निर्मल और स्वच्छ मन के हमेशा अभिलाषी रहे है।
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आप ज़िंदा होते हुए भी भीतर से जल रहे है आप का मन नदी की धारा जैसा बह रहा है आपके मन में किसी तरह की वैमन्सयता नहीं है आप निर्मल और स्वच्छ मन के हमेशा अभिलाषी रहे है।