बो कागज का टुडका यो मेने तुमे दिया
तुम भी तो मुझे एक कागज का टुकरा दिया।
बडने लगा हमारे दोस्ती यसेही
पास आने लगे जरा जरा।
लिकिन उसदिन जिसदीन तुमारे पापा को बता चला
तो तुमे लेगया मुझसे बहत दुर एक जगह।
ना ढुन सका मेँ ओर तुमे, पागल होने लगा धीरे धीरे तुमारी जुदायी मेँ।
बता नही हो कहा तुम, तुमे तो भुला नही सका।
तुमारी साया आजभी आशपाश मेरा घुमने लगा।
किया आजभी याद कर रहेँ हेँ बो मुझे?
किया बो फिर आयगा प्यार करने के लिये?
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A lovely attempt to write a poem in Hindi, i really liked it.