एक एहसास जिंदगी का...
एक एहसास दर्द का वो "जिंदगी" हैं,
एक एहसास मिठास का वो "जिंदगी" हैं।।
जो हँस कर "जी" ले वो जिंदगी हैं,
जो रो कर "जी" ले वो जिंदगी हैं।
क्योंकि जिंदगी तो एक संघर्ष का पहिया हैं,
जो उसे घुमा गया, वो जीता है।।
मत सोच, मत हार, बस करता जा,
एक प्रयास जीने का तू करता जा।
जब तक तू गिरेगा नहीं तो उठेगा कैसे
उठेगा नहीं तो दौड़ेगा कैसे
दौड़ेगा नहीं तो वो मंज़िल कैसे पायेगा,
जो खड़ी तेरा इन्तज़ार कर रही है,
बिछाए फूल तुझसे मिलने के लिए बेकरार हो रही है
हैं, उसकी आँखों मे भी आँसू, शायद खुशी के जो छलकते हैं,
रह - रह तुझे सलाम जो करते हैं,
एक एहसास हार कर जीतने का वो जिंदगी हैं ।।.
एक प्यारा सा एहसास मेरी नन्ही कलम से-
(शरद भाटिया)
ज़िन्दगी को नए अंदाज़ में परिभाषित करती है यह खूबसूरत कविता. हार्दिक धन्यवाद. " जब तक तू गिरेगा नहीं तो उठेगा कैसे उठेगा नहीं तो दौड़ेगा कैसे"
Khati meethi ehsason ka naam hi zindagi hai. Ek khoobsurat kavita. Likhte rahiye.10++
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Jabtak tu girega nahi to oothega kaise Oothega nahi to daudega kaise Daudega nahi to wo manzil kaise payega Jo khadi tera intezaar kar rahi hai Bechate phool Tujhse milne keliye bekarar ho rahi hai. Bahut khoob ehsaas. Dhanyawad.