अर्धांगिनी बनना चाहती हूँ Ardhangini Bannaa Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

अर्धांगिनी बनना चाहती हूँ Ardhangini Bannaa

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अर्धांगिनी बनना चाहती हूँ

रुक जा, रुक जा, ओरी चंचल पवन
क्यों हो गया मेरा इतना पतन?
मैंने क्या सोचा था और क्या हो गया?
रुख हवा का क्यों पलटी खा गया?

उसका एक झोका मुझे कर देता था
अपने आप में मदहोशी का मजा देता था
प्यार का इतना आलम मुझे खामोश कर देता था
पर हवा का रुख धीरे से आगोश में ले लेता था

हर फूल मुझे झुककर अभिवादन कर रहा है
गुलशन का हर कोना मेरा विश्वास सम्पादन कर कर रहा है
में ख़ुशी से झूम उठती हु की यह सब क्या हो रहा है?
क्यों सब मेरा बेसब्री से जैसे पदचाप सुन रहे है?

पूरा मेघधनुष जैसे आकाश में छा गया है
अपने रंगो से जैसे मेरी जबानी बया कर रहा हो
मेरी सोच हर रंगो से फुट फुट कर व्यक्त हो रही है
उसका आकाश में फेल जाना ही मेरे वजूद की पुष्टि मानो कर रहा हो

मेरे पाँव धरती पर थिरक रहे है
मेरी धड़कन तेज और जबान मूक है
आँखे खुली की खुली मानो असमंजस में है
कैसे पेश आना इसी बात को लेकर पशोपेश में है

पता नहीं मुझ में इतना बदलाव क्यों हुआ है?
प्यार का बहाव स्वभाव में क्यों आ गया है?
मुझे प्यार का अंदाज अब धीरे धीरे आने लगा है
जवानी का मिजाज अपना रंग छोड़ने लगा है

प्यार का अंदाज ही एक मिसाल है
हर फूल में दीखता एक गुलाल है
रंग भरने की मानो होड़ सी लगी रहती है
जीवन पथपर अदभुत जोड़ बनी रहती है

राधा का स्नेह जैसे में महसूस कर रही हूँ
मीरा का अभिगम और साहस में सराह रही हूँ
जीवन के हर मोड़ पे में उनकी रहना चाहती हूँ
दासी नहीं पर अर्धांगिनी बनना चाहती हूँ

Monday, April 7, 2014
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Mehta Hasmukh Amathalal 12 April 2014

Inderjeet Kaur shared your photo. 7 hrs · Wsheguru

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Mehta Hasmukh Amathalal 12 April 2014

Manju Gupta kya khoob mehta ji badhayee 4 hrs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 12 April 2014

welcome inderjeet kaur 3 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 12 April 2014

welcome pappu gautam 3 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 10 April 2014

Lalchand Gurjar likes this. Hasmukh Mehta welcome lalchand gurjar 2 secs

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??? ????? 21 January 2018

7618174379

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Mehta Hasmukh Amathalal 14 April 2014

ndia Residents likes this. Hasmukh Mehta welcome 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

welcome madhu agarwal n dharam chand sharma 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

Hans Peripherals likes this. Hasmukh Mehta welcome 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 12 April 2014

welcome ram krit 3 secs · Unlike · 1

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Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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