अवसर सुनहरा
समान्तयः कुछ बदलाव जरुरी है
मौसम हमारा प्रहरी है
उसको हर वक्त की जानकारी है
समय समय पर दिखाता 'अजुबा अलगारी ' है। अवसर सुनहरा
हमारा मन में कुछ अलग से भाव आते है
नदी का बहाव भी नए सिरे से होता है
उसकी फितरत एकदम शांत हो जाती है
मानो धीरे से कान में कुछ कहने को आती है। अवसर सुनहरा
फुलो में बैचेनी सी है
टनखियों में जैसे नयी चेतना जग रही है
कुछ और फूल बाहर आने की फ़िराक में है
बसंत का आगमन अचानक सा लगता है। अवसर सुनहरा
ये सब उपरवाले की मेहरबानी है
हमारा आनंद भी बस झझबाती है
तो क्या हुआ? ये सब सब तो कुदरती है?
हम अपनी पीठ थपथपाते है ओर केहते है 'इंसान तो मेहनती ही है '! अवसर सुनहरा
अंदरूनी डर भी सताता है
जिंदगी ख़त्म होने का डर सिहरन लाता है
पानखर का दस्तक देना एक और चीज़ का इशारा है
मौसम का बदलना ही अवसर सुनहरा है। अवसर सुनहरा
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अंदरूनी डर भी सताता है जिंदगी ख़त्म होने का डर सिहरन लाता है पानखर का दस्तक देना एक और चीज़ का इशारा है मौसम का बदलना ही अवसर सुनहरा है। अवसर सुनहरा