छोटी सी बात
रविवार, ३० सितम्बर २०१८
तूझे मेंभी चाहता
पर ना कह सकता
दिलकी बात तुझे सुनाना चाहता
पर मुझे बड़ा सा डर लगता।
कह दो ना छोटी सी बात
हो जाएगी मेरी रंगीन रात
तारे भी चमक उठेंगे आकाश
मुझे सोचने का मिलेगा अवकाश।
कहाँ है दिल का चैन?
नींदे हो गइ वीरान
में सोचता रहता हूँ सारा दिन
और रहता हूँ गमगीन
आज कह ही दो
मेरे दिल में चाहत भर दो
मेरे बाग़ में फूल खिल उठेंगे
आपका अभिवादन करते रहेंगे।
मुझे तो लगाव है ही
दिल में थोड़ा सा बदलाव भी है
बस हामी भर दो आज
प्रेम का ना रखना राज।
मेरे पेम की लाज रखना
मेरा नाम अवश्य याद रखना
प्रेम में ही तो ताकत है
समय की एक नजाकत है।
हसमुख अमथालाल मेहता
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मेरे पेम की लाज रखना मेरा नाम अवश्य याद रखना प्रेम में ही तो ताकत है समय की एक नजाकत है। हसमुख अमथालाल मेहता