देश आबाद रहेगा
मुझे प्यार है अपने वतन से
उसके लोगों से
उनकी रीतभात से
उनकी आदत से।
उनका खाना
शौख से गाना गुनगुनाना
सब से अच्छी तरह पेश आना
मेहमानों का स्वागत करना।
कहाँ है ऐसा भाईचारा?
वतन को बताना प्यारा
हर कोई मर मिटने को तैयार
कोई बोले हरहर भोले तो कोई बोले अल्लाहो अकबर।
उसकी मिटटी में ही है अदभुत खुश्बू
हरबार मर मिटने की जुस्तजु
हम सर कटा सकते है पर हार नहीं मानते
देशदाज है जेहन में जहाँ का अपमान नहीं करते।
हम रखे आत्मचिंतन और करे सामना
ना झुकेंगे और ना करेंगे मना
हमारा बस एक ही नारा रहेगा
प्रेम से ही देश आबाद रहेगा।
ojde Marvast Nation of plants Flag of nutrition Earth land Unlike · Reply · 1 · 1 min
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welcome gaurav barot Unlike · Reply · 1 · Just now