दिन सार्थक है
सुबह सुबह ज़िन्दगी की शुरुआत होती हैं
पुण्य कृपा से आशिर्वाद की बरसात होती है
हम उसको पसाद मानकर स्वीकार करते है
सहे दिल से प्रभुजी का आभार व्यक्त है। दिन सार्थक है
अब दिन का चयन हमारे हाथ में है
जब उपरवाले का हाथ हमारे साथ है!
सही कार्य करने की इच्छा मन में प्रज्वलित होती है
मन सहज ही पल्लवित हो उठता है। दिन सार्थक है
धन उपार्जन हमारा कर्तव्य है
यह सब का का मंतव्य है
पर वो कैसे किया इसका मतमतान्तर है
सही मायने और कार्यविंत करने में अंतर है। दिन सार्थक है
जैसे कसाई दिन में कितने पशु काटा जाय उसकी चिंता करता है
पर चूँकि उसको जीवन निर्वाह करना है इसलिए वो सोचता है
मन उसका निर्मल और प्रभु के प्रति समर्पित है
पर उसका कर्म उसको शापित करता है। दिन सार्थक है दिन सार्थक है
किसी को अपमानित करना हमारा निज कार्य नहीं है
यह दलील किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है
अंतर्मन से देखो तो सब का 'अपना अपना कर्म है '
मानवमात्र को समझने के लिए 'उसमे मर्म है ' दिन सार्थक है
पूरा दिन हमारा कैसे व्यतीत हो?
मान लो कल वो अतीत बन ने जा रहा हो
हमारा काम निज जरुरत के मुताबिक अनुरूप हो
किसी के मार्ग मे हानीरूप ना हो और सुखदायी हो। दिन सार्थक है
हानि पहुंचाना बहुत आसान है
किसी को मदद करना महान कार्य है
हर कोई ये नहीं कर सकता है
यदि आपके मन में भावना है तो समज लो दिन सार्थक है। दिन सार्थक है
xwelcome ambika khaki stha Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
x welcoem harvansh thakur Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
xvaishali rana Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
xneelesh purohit Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
welcome Rajesh Labana Unlike · Reply · 1 · Just now
anupama gupta Unlike · Reply · 1 · Just now 25 Oct
x welcome om nany ady raj Unlike · Reply · 1 · Just now 25 Oct by
x welcome dipak tiwari Unlike · Reply · 1 · Just now · Edited 25 Oct by
dave pruthvi Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
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हानि पहुंचाना बहुत आसान है किसी को मदद करना महान कार्य है हर कोई ये नहीं कर सकता है यदि आपके मन में भावना है तो समज लो दिन सार्थक है। दिन सार्थक है