दुनिया ने मुझे खूब सताया
दुनिया ने मुझे खूब सताया
दिल से जलाया और रुलाया
में आजतक ना जान पाया
ना ही किसी ने मुखे बताया
वैसे में रेहता था शर्माया
दब जाता था जब कीसी ने गुर्राया
में रेहता था मन ही मन गभराया
जब दिल को रास नही आया
'में जलाकर राख कर दूंगा'
'हाथ था गया तो धूल चटा दूँगा '
मन ही मन में गुस्सा आता
मुझे अपने आपसे दुखी कर जाता।
मेरे सपना पूरा हो ना पाया
जो भी पास था वो सब खोया
जीते जी दोजख देख पाया
हालत देख खूब रोना आया
लोग मुझे देख व्यंग में हंस रहे है
माली हालत पे ताने कसते है
में बेचारा किस्मत का मारा
जीते जी हो गया जान से मरा।
दुःख ढोते ढोते में थक गया हूँ
जमाने ने मारा मुरजा गया हूँ
लोगो ने मेरा इन्तेजाम कर दिया है
जाने के सफर को पुरा कर दिया है।
मेरी चिता को आग लगाएंगे
धीर कानमे कहते जाएंगे
'भला मानस, पर कुछ कर नही पाया'
'जाना तो सब को है' पर जान नहीं पाया
welcome Anuradha Choudhary likes this. Unlike · Reply · 1 · Just now
Aasha Sharma Thanks for accepting life's truth with me. Unlike · Reply · 1 · 46 mins
Aasha Sharma Bahut shaandaar likha thank you Hasmukh Mehta ji
दुनिया ने मुझे खूब सताया दुनिया ने मुझे खूब सताया दिल से जलाया और रुलाया में आजतक ना जान पाया ना ही किसी ने मुखे बताया वैसे में रेहता था शर्माया दब जाता था जब कीसी ने गुर्राया में रेहता था मन ही मन गभराया जब दिल को रास नही आया में जलाकर राख कर दूंगा हाथ था गया तो धूल चटा दूँगा मन ही मन में गुस्सा आता मुझे अपने आपसे दुखी कर जाता। मेरे सपना पूरा हो ना पाया जो भी पास था वो सब खोया जीते जी दोजख देख पाया हालत देख खूब रोना आया लोग मुझे देख व्यंग में हंस रहे है माली हालत पे ताने कसते है में बेचारा किस्मत का मारा जीते जी हो गया जान से मरा। दुःख ढोते ढोते में थक गया हूँ जमाने ने मारा मुरजा गया हूँ लोगो ने मेरा इन्तेजाम कर दिया है जाने के सफर को पुरा कर दिया है। मेरी चिता को आग लगाएंगे धीर कानमे कहते जाएंगे भला मानस, पर कुछ कर नही पाया जाना तो सब को है पर जान नहीं पाया
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welcome charu hanu Unlike · Reply · 1 · Just now