Hindi Poem- Har Kadam Bada Chalo Poem by Rajendra Singh Rathore

Hindi Poem- Har Kadam Bada Chalo

Rating: 5.0


अगर जिंदगी जीतने की है तो हर कदम बधा चलो
कर लो दुनिया मुट्ठी में इस दुनिया को कुछ दिखा चलो

कहते है इतिहास बदलता है युवा जहाँ का
होती ताकत युवा में विक्शित होता देश वहां का
क्यो शुस्त बैठा है ये युवा हमारे यहाँ का
हे युवा आसमान में ना चढकर भूमि पर चलो
कर लो दुनिया मुट्ठी में इस दुनिया को कुछ दिखा चलो

फिर है कौन शक्ति जो तुम्हे रोक पाए
दृढ़ संकल्प करो ताकि कौन तुम्हे टोक पाए
लगान लगाओ एसी कि सफलता तुम्हे मिल जाएँ
फिर देखो कौन जहाँ तुम्हारा गुणगान ना गाये
छोड़ के कोमल फ़ूल सैया अग्नि पर चलो
कर लो दुनिया मुट्ठी में इस दुनिया को कुछ दिखा चलो

दृढ़ होकर कठोर क्रम करने का करो निश्च्य
अपना हर कर्म हो एसा जिसका सफलता हो उदे्श्य
कठोर कर्म आत्मबल और द्रद्ता से निश्चित करो लक्ष्य
अब बस उठा जाओ सोच सोच के आँखें ना मलो
कर लो दुनिया मुट्ठी में इस दुनिया को कुछ दिखा चलो

अगर जिंदगी जीतने की है तो हर कदम बधा चलो
कर लो दुनिया मुट्ठी में इस दुनिया को कुछ दिखा चलो

Monday, April 14, 2014
Topic(s) of this poem: inspirational
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Rajendra Singh Rathore

Rajendra Singh Rathore

Jaipur, Rajasthan, India
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