जरूर मिलेगा
जहर ही मिलेगा
जब तक नफरत नहीं मिटेगा
आपस में समझौता नहीं होगा
जीवन का मतलब समज में नहीं आएगा!
हमने सिर्फ जीना है
और सीखना है
सब से सीख लेना है
भीख में मिले फिर भी अपनाना है।
गाँव भी अछूते नहीं रहे
वहां भी यही माहौल है
लोगों को मुश्केली है
महगाई से परेशानी है।
नहीं मिलता भरपेट खाना
खूब बहाते है पसीना
एक तो बारिश ने अपना रंग दिखलाया है
इंसानो ने भी खूब सितम ढा रखा है।
वहा जातपात का झगड़ा
गरीब का होता है रगड़ा
कोई पूछ नहीं और नाही कोई मदद
सहाय सब बांध या नदारद।
हां, अपने संग इंसानियत का पैगाम लेके जाओ
सबको इसके मतलब भी समझाओ
सबको खाक होना है और मिट जाना है
फिर काहे का यही सब अफ़साना है।
शहद को घोलना है तो मधुमखी बनो
फूलों के संग लेहराओ ओर महोब्बत करो
जरूर बनेगा एक सेतु प्यार का
और तोड़ेगा दिवार नफरत का।
Sunita Kumari Bahut Khoob Like · Reply · 1 · 5 mins Remove
शहद को घोलना है तो मधुमखी बनो फूलों के संग लेहराओ ओर महोब्बत करो जरूर बनेगा एक सेतु प्यार का और तोड़ेगा दिवार नफरत का।
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welcoem aasha sharma Like · Reply · 1 · Just now Manage