कदर करो
शनिवार, ९ मार्च २०१९
हम नाही है मौत के सौदागर
और नाही है जीवन के जादूगर
हम तो है शांति के दूत
ना कहे किसीको सूत या असुत।
जीवन है अनमोल
ना करे कोई इसका तोल
तवंगर हो या कोई गरीब
बस हमें रहना है उसके करीब।
ना हमें माँगा ना किसी ने दिया
जब मिला तो उसका मूल खो दिया
कर दिया जात, पात का बंधन
हमने कभी नहीं सोचा क्या होता मानव धन?
हां पछताओ और करो मंथन
स्वर्ग से मिला है हमको पवित्र बंधन
ना रखना कोई गिला, शिकवा
जिसे दूषित हो जाए स्वच्छ हवा।
इंसानो की पहचान रखो
मानवता की कदर करो
रहना है हमें भाईचारा से
करना है किनारा दूरियां से।
हसमुख मेहता
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इंसानो की पहचान रखो मानवता की कदर करो रहना है हमें भाईचारा से करना है किनारा दूरियां से। हसमुख मेहता