कलम की स्याही
जीवन का सुख क्षणिक लगा
पर मुझे सब कुछ मिला जो भी माँगा
अब तमन्ना कोई भी नहीं बची
बस बिता देंगे बाकी की बची खुची। कलम की स्याही
मैंने ये तो जाना की प्यार में भी ताकत है
हर सफलता के पीछे एक औरत है
यही तो में बार बार कहता आया हूं
वो में कमजोरी जरूर है, पर में उसका साया हूँ। कलम की स्याही
में जब भी गुनगुनाता हूँ
एक ही चीज़ पाता हूँ
वो खुशनुमा और नूरानी चेहरा
ओर ऊपर से सब लगता है हरा हरा। कलम की स्याही
कुछ न कुछ बन जाता है
जब हाथ चित्र बनाता है
वो ही हावभाव जो असल में है
आँखे उनकी बोल उठती है 'सनम हम तो आपसे ही है' कलम की स्याही
वो तो कवि की एक कविता हो सकती है
पर मेरे लिए भाग्यविधाता है
ना जाने क्या हाल हुआ होता?
यदि आप ने हमें ठुकरा दिया होता। कलम की स्याही
कलम की स्याही भी सुख रही है
मुझे हमेशा साथ रहने की भूख रही है
तृष्णा तो में मिटा सकता हूँ
पर अपने आपको रोक नहीं पाता हूँ। कलम की स्याही
xa welcome tarun h mehta Unlike · Reply · 1 · Just now 13 Oct by
x welcoem maharshi tripathy Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
welcome manju bisht bisht Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago b
x welcome nibha srivastav Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
x lilian dipasupil kunimasa Unlike · Reply · 1 · Just now 4 hours ago
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कलम की स्याही भी सुख रही है मुझे हमेशा साथ रहने की भूख रही है तृष्णा तो में मिटा सकता हूँ पर अपने आपको रोक नहीं पाता हूँ। कलम की स्याही