करीबी से
चाहना
है ये तमन्ना
चाहे तुम करो मना
में हमेशा रहूंगा दीवाना।
में भोगी नहीं
रस का भूखा नहीं
चाहत है मेरी भूख
वो सदा देती है सुख।
मेने हरदम चाहा
और चाही दुआ
ना कोई हरकत ऐसी हो
जो दिल को ठेस पहुंचानेवाली हो।
अरमान मेरे ऊँचे है
पर पाँव नीचे है
हर कोई मुझसे पूछे है
क्यों नवजवान! ये मूछ ऊँचे है।
ये मेरा जीवन है
मैंने उसे सजीवन रखा है
मैंने सींचा है अपने मनसूबे से
और देखा है करीबी से।
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क्यों नवजवान! ये मूछ ऊँचे है। ये मेरा जीवन है मैंने उसे सजीवन रखा है मैंने सींचा है अपने मनसूबे से और देखा है करीबी से।