ना डरना
देखा हंसी का फव्वारा
मुझे बहुत ही लगा प्यारा
दिल तो वैसे ही था आवारा
पर दिल करता है है देखूं दुबारा।
हंसी का ताल्लुक सिर्फ अंदुरुनी ख़ुशी से है
वो कोई दवाई की शीशी नहीं
झट से खोली और ख़ुशी का पैगाम लेकर आ गयी
कभी कभी मरे ख़ुशी के रुलाके भी गयी।
जब कोई दुखी हंस ले तो समझो वाकई में फर्क आ गया है
इंसान अपना सब दर्द भूल गया है
या उसके दिल में सच्चा ज्ञान हो गया है
जिसे पाकर वो तान में आ गया है।
समझो अब बारिश आनेवाली है
बादल नहीं आकाश फिर भी गिरानेवाली है
बीजली भी चमक ने वाली है
अपनी हंसी को चार चाँद लगाने वाली है।
हंसी पे किसीका अधिकार नहीं
वो तो स्वयंभू है दिखती है सही
चेहरा खिल जाता है और चक दिख जाती है
यही बात मेरे जेहन में बारबार आती है।
'हसमुख' तेरा काम ही है हंसना
हंसने से कभी ना रुकना
खिल जाए एक दो फूल तेरे हंसने से
तो ना डरना अपनी जान देने से।
हसमुख तेरा काम ही है हंसना हंसने से कभी ना रुकना खिल जाए एक दो फूल तेरे हंसने से तो ना डरना अपनी जान देने से।
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welcome balika deshgupta