प्यार ना रहे बटा Pyar Na Rahe Bantaa Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

प्यार ना रहे बटा Pyar Na Rahe Bantaa

प्यार ना रहे बटा

मेरा जीवन है दुःख का दरियां
फिर भी न रखु में उस से दूरियां
सुख दुःख तो आता जाता रहेगा
फिर भी जीवन चलता रहेगा।

भाइ, बंधु और माता पिता
सब का था में खूब चहेता
कभी मुझे गुस्से से कुछ ना कहा
मेरी हाँ मॅ हा ही चाहा।

ऐसा जीवन कैसे रहें अधुरा!
मुझे लगता है मधु से भरा
काम तो होंगा लगन से पूरा
फिर क्यों बटेगा ध्यान हमारा?

मेरा चयन होग़ा खुशियों के संग
में उस मे भर दूंगा मेघा का रंग
देखने जैसा होगा कुदरत का नजारा
में बजाऊंगा ओर नाचूंगा बन के बंजारा।

यही तो मकसद है निज जीवन का मेरा
रहेगा हरदम प्रेम से भरा
ना किसी से झगड़ा ओर टंटा
दूरियां ह्रट जाए ओर प्यार ना रहे बटा।

प्यार ना रहे बटा Pyar Na Rahe Bantaa
Tuesday, July 19, 2016
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM

यही तो मकसद है निज जीवन का मेरा रहेगा हरदम प्रेम से भरा ना किसी से झगड़ा ओर टंटा दूरियां ह्रट जाए ओर प्यार ना रहे बटा।

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xSam Bajwa Waah! ! Bohat Khoobsurat [3 Unlike · Reply · 1 · 5 hrs 5 minutes ago

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xwelcome Baban Avinash Pandey Unlike · Reply · 1 · Just now 7 minutes ago

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welcome Megajibhai Dhameliya Unlike · Reply · 1 · 2 mins 2 hours

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xOm Neerav शुभ प्रभात! कितना अच्छा लगता है जब हम अपनी प्रस्तुति पर यथासंभव बार-बार आते रहते है, आने वाली टिप्पणियों पर अपनी उदार प्रतिक्रिया व्यक्त करते रहते है... और... दूसरे मित्रों की प्रस्तुतियों पर रचनानुकूल टिप्पणी कर उनका स्नेह प्राप्त करते हैं! है न! तो फिर आइए, हम इस आनंद से क्यों वंचित रहें! विनीत: कवितालोक। See Translation Unlike · Reply · 1 · 6 hrs 21 Jul

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Mehta Hasmukh Amathalal 26 August 2016

welcome naga bhanu vk Unlike · Reply · 1 · Just now

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welcome Mitali Trivedi Unlike · Reply · 1 · Just now 21 Jul

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x welcome I Nhlakanipho Shange Unlike · Reply · 1 · 6 mins 21 Jul by hasmukh amathalal | Reply

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xwelcome Kgomotso Kaylee Unlike · Reply · 1 · 7 mins 21 Jul

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xOm Neerav शुभ प्रभात! कितना अच्छा लगता है जब हम अपनी प्रस्तुति पर यथासंभव बार-बार आते रहते है, आने वाली टिप्पणियों पर अपनी उदार प्रतिक्रिया व्यक्त करते रहते है... और... दूसरे मित्रों की प्रस्तुतियों पर र

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Mehta Hasmukh Amathaal

Mehta Hasmukh Amathaal

Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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