Republic Day (India) Poem by Anjum Firdausi

Republic Day (India)

(गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई)

आओ चलो लगाएॅ, मिल जुल के ये नारा ।

सारे जहाॅ से अच्छा है, कानून हमारा ।

बाबा की दैन है ये, अपने व़तन की जान।
इस में रची बसी है, हिन्दुस्ताॅ की शान ।

हक़ का है ज़िक्र इसमें, हक़ की है ये ज़बान ।
मक़सद है ये आज़ादी का, कहती है ये अवाम।

मजबुर बे कसों का, बेहतर है सहारा ।
सारे जहाॅ से अच्छा है, कानून हमारा ।

कई मुल्क के कानून का संगम है ये पोथी।
हर हर्फ इसका हीरा है, हर लफ़ज है मोती।

न ज़ात की है बात, न मज़हब की सयासत ।
हिन्दु नहीं, मुस्लिम नहीं, कानून है भारत ।

है प्यार के बानि को, नफरत न गवारा ।
सारे जहाॅ से अच्छा है , कानून हमारा ।

रचना&लेख: - अंजुम फिरदौसी
(Block: -Alinagar, Darbhanga, Bihar)

Republic Day (India)
Thursday, January 26, 2017
Topic(s) of this poem: nazm
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Anjum Firdausi

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Alinagar, Darbhanga
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