क्यों भगवान ने हमें दोस्तो दी Poem by Sanjay Singh Saharan

क्यों भगवान ने हमें दोस्तो दी

Rating: 4.5

परमेश्वर जानता था कि हर किसी को
इसकी आवश्यकता है साथी और उत्साह,
वह जानता था कि लोगों को किसी की ज़रूरत है,
जिनके विचार सदैव निकट रहते हैं।

वह जानता था कि उन्हें किसी दयालु व्यक्ति की आवश्यकता है
मदद के लिए हाथ बढ़ाने के लिए,
कोई ऐसा व्यक्ति जो ख़ुशी-ख़ुशी समय निकाल सके
देखभाल करने और समझने के लिए.

परमेश्वर जानता था कि हम सभी को किसी न किसी की आवश्यकता है
प्रत्येक ख़ुशी के दिन को साझा करने के लिए,
जब मुसीबतें हमारे सामने आती हैं.
कोई हमारे प्रति सच्चा हो,

चाहे पास हो या दूर
कोई है जिसका प्यार हम हमेशा करेंगे
हमारे दिलों में पकड़ो और संजोकर रखो।
इसीलिए भगवान ने हमें दोस्त दिए हैं।

This is a translation of the poem Why God Gave Us Friends by Sanjay Singh Saharan
Sunday, May 3, 2015
Topic(s) of this poem: friendship
POET'S NOTES ABOUT THE POEM
प्रेम कहानी
COMMENTS OF THE POEM
Sanjay Singh Saharan 17 March 2017

Thanks for suggestion

2 0 Reply
Rajnish Manga 17 March 2017

कई पंक्तियों में अस्पष्टता होने के कारण कई जगह भावार्थ समझने में दिक्कत आती है. यदि कविता में editing हो जाये तो अभिव्यक्ति की खूबसूरती बढ़ जायेगी. धन्यवाद, मित्र.

2 0 Reply
Sanjay Singh Saharan

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