सपना इतना
मुझे नींद नहीं आती
तुम सपनो में भी सुहाती
फिर मंद मंद मुस्कुराती
मेरे दिलको खूब लुभाती।
मुझे लग गयी हवा
प्रेम का बंधन युही आके छुआ
में रोज तुम्हे देखता ही रहूँ
बातें भी अपने आप करता रहूँ।
मन की आस बन गयी
जीने का मकसद होकर रह गयी
हरपल मुझे याद दिलाती है
चेन की नींद सुलाती भी है
मानो मन प्रेममय हो गया है
जीने का सहारा बन गया है
रूखी सुखी रोटी का अभिलाषी हो गया है
साथ गुजारने के लिए जैसे आदि हो गया है।
जीने की राहपर असंख्य कांटे भी होंगे
बेखबर रहनेपर चुभते भी होंगे
हमें अंदाज नहीं क्या गुजरती भी है
जब अँधेरी रात भी हमें डराती है।
हम यह भी नहीं कहते 'आप चाँद हो'
हमारे मन की सोयी हुइ मुराद हो
हमें प्यार से क्यों है सरोकार इतना?
आप उजागर कर देते हो सपना इतना
Hasmukh Mehta welcome แทนขวัญ พอใจ like this. Just now · Unlike · 1
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Charlotte Calabro Is there a translation, Hasmukh Mehta? 1 hr · Unlike · 1 Hasmukh Mehta no, as it was meant for hindi people Just now · Unlike · 1