बचपन से अगर गलतियां नहीं सुधारी जाती हैं तो वे बन जाते एक अभ्यास।
बेटा बेटी जानते हैं कि वे सही, लेकिन माँ बाप दोषी बनते और मिट जाती जीने की प्यास ।
...
जो ज्यादा बातें करता है, बुरी बातें करता है, उसके साथ मुँह मत लगाना।
वह बीमार है, अगर मुँह लगाया, तो खुद के पास खुद को खोना।
...
उच्चारण मेरा दिल की धड़कन है।
मैं देशी हूँ या विदेशी, यह बात नहीं, सिर्फ मेरी भावनाएं को वह साबित करता है।
...
मेरा उच्चारण आप से अलग है, क्योंकि हमारे देश अलग।
लेकिन हमारी धरती एक है, लाल खून हम सबके अंग।
...
उच्चारण से इंसान का पता चलता है, लेकिन इनसानियत कभी नहीं।
आधुनिक शिक्षित व्यक्ति, जो दूसरे का उच्चारण का मज़ा लेता है, वह मूर्ख सही।
...
उच्चारण और व्याकरण से डरने की कोई बात नहीं।
दिल की बात खुल कर कहो, तुम अपने आप में हमेशा सही।
...
ज्ञान कभी अज्ञानी को नहीं दिया जाता, ज्ञान सिर्फ बुद्धिमानों के लिए है।
बेवकूफ़ के साथ मुँह मत लगाना, अपना सम्मान अपने हाथ में।
...
जो ज्यादा बात नहीं करता है, वह शिक्षित है।
जो बातों बातों में बहस करता है, वह दुनिया का सबसे बड़ा गधा है।
...
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem