सिर्फ घर में ही सजाएये sirf ghar me hi
खोखले नेता आज भ्रष्टाचार को भूल चुके है
करनी और कथनी का फर्क बता चुके है
मनसा उनकी लुटेरे और चोर उचक्को को बिठाने की थी
नापाक चाल उनकी बेकार हो गयी जब बच्चेने सांन ठिकाने की थी
बंगला देशी सरे आम घुसे जा रहे है
वतन को फिर ये लोग बदमाशोका अड्डा बना रहे है
थोड़े से वोट के लिए देश को गिरवी रख रहे है
राजनीती को कायम करने के लिए शाख डूबा रहे है
नारी रक्षा महज बातूनी हो गयी है
मानवता जैसे मर सी गयी है
एक नेता मरहम लगता है तो दूसरा तुरंत भोकने लगता है
लगता है जैसे देश सिर्फ आडम्बरी परस्त लोग चाहता है
जनता दो वक्त टुंक खाना नसीब नहीं कर पाती
भष्टाचारी को सिर्फ अगली पंक्ति में बिठा सकती
जेल में भी उनके लिए राजाशाही जलवे है
रहे है बाकि वो भी आज चाटते तलवे है
न रहे यदि हम वतन परस्त
दिखाई यदि चुस्ती और रहे सुस्त
तो जान लीजिये प्याज तो जाएगी ही
आलु की जगह भी सोने की तरह आके रहेगी
आप सोचिये आप को कैसा वतन चाहिए?
क्या देशकी अधोगति और पतन चाहिए?
इन लोगो ने हर क़स्बा बाँट रखा है
हर एक को अलगता की चाट चटा रखा है
हर कोई चाहता है पदोन्नती
बस मिले सिर्फ जाती और न्याती
देश बिक रहा है आप भी ले जाइए
अपने सपनो को सिर्फ घर में ही सजाइये
Ramnath Shodharthi Bahut Umda...Kya Kahne, ...12 hours ago · Unlike · 1
jairaam ji Excellent in National Interest Hasmukh Mehta welcome jairaam ji a few seconds ago · Unlike · 1
Hasmukh Mehta welcome vikram singh a few seconds ago · Unlike · 1
Rohit Sharma Your poetry is a true reflection of reality, sir 46 minutes ago · Unlike · 1
anjana dutta welcome a few seconds ago · Edited · Like
Ramnath Shodharthi Bahut Hi Sundar Rachna 10 hours ago · Unlike · 1
Hari Upadhyay likes this. Hasmukh Mehta welcome a few seconds ago · Unlike · 1
2 people like this. Hasmukh Mehta welcome aakash verma a few seconds ago · Unlike · 1
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Hasmukh Mehta welcome Prem Singh like this. a few seconds ago · Unlike · 1