तैमूर आततायी शाषक
बच्चे का धरती पर आना शुभ गीना जाता है
माँ बाप का मन ख़ुशी से भर जाता है
नामकरण भी बहुत ख़ुशी खशी से होता है
ज्यादातर नाम पुरखो की शान के साथ जुड़ा रहता है।
क्या नाम रखना और क्या ना रखना?
एक प्रथा है और लोगों का भी है मानना
हर कबीला इसको अपनी शान के साथ जोड़ता है
ज्यादातर नाम पुरे इतिहास को मोड़ता है।
भारत को नुक्सान करेवाले लोग बहुत से थे
कई साल उन्होंने पाँव की एड़ी के नीचे रखा
कई जुल्म ढाये और ऐश्वर्य को नष्ट कर डाला
कितनी सदियों तक उन्होंने झुलम से राज आकर डाला।
तैमूर बड़ा आततायी और झुल्मि शाषक था
उसने भारत सरजमीं को पांव तले रौंदा था
ऐसा नाम हर हिंदुस्तानी नफरत से देखता है
ये लोग दुनिया को क्या जताना चाहते है?
कपूर खानदान का नाम बड़े इज्जत के साथ लिया जाता है
पटौदी खानदान भी शान के हिसाब से कम नही आंका जाता है
जब दोनों इतने कलाप्रेमी और भारतप्रेमी रहे हो!
तब तैमूर का नामकरण कर के मानो पुराने जख्म कुरेद रहे हो।
बच्चे का धरती पर आना शुभ गीना जाता है
माँ बाप का मन ख़ुशी से भर जाता है
नामकरण भी बहुत ख़ुशी खशी से होता है
ज्यादातर नाम पुरखो की शान के साथ जुड़ा रहता है।
क्या नाम रखना और क्या ना रखना?
एक प्रथा है और लोगों का भी है मानना
हर कबीला इसको अपनी शान के साथ जोड़ता है
ज्यादातर नाम पुरे इतिहास को मोड़ता है।
भारत को नुक्सान करेवाले लोग बहुत से थे
कई साल उन्होंने पाँव की एड़ी के नीचे रखा
कई जुल्म ढाये और ऐश्वर्य को नष्ट कर डाला
कितनी सदियों तक उन्होंने झुलम से सितम ही ढाला।
कपूर खानदान का नाम बड़े इज्जत के साथ लिया जाता है
पटौदी खानदान भी शान के हिसाब से कम नही आंका जाता है
जब दोनों इतने कलाप्रेमी और भारतप्रेमी रहे हो!
तब तैमूर का नामकरण कर के मानो पुराने जख्म कुरेद रहे हो।
ये लोग जानबूझकर कर रहे है या दुनिया को दिखाना चाहते है!
भारत में रहकर गुलामी की याद ताजा करवाना चाहते है
या फिर ये कहना चाहते है की हम ने भूतकाल में रौंदा था
और अब भी मौक़ा मिला तो बस यही सोच रखा था।
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem
welcome solanki sunil Unlike · Reply · 1 · Just now