Terre Pyaar Mein Poem by MD Ehteshaam Amman

Terre Pyaar Mein

Terre Pyaar Mein
©MD Ehteshaam Amman

सर्द रातें और बाहें तुम्हारी,
और बातें करती निगाहें तुम्हारी।।

रजाई से ज्यादा तपिश इरादों में,
प्यार छुपा उन सर्द रातों में,
कांपता हुआ मेरा बेचैन दिल,
और हों बस पनाहें तुम्हारी,
सर्द रातें और बाहें तुम्हारी,
और बातें करती निगाहें तुम्हारी।।

जाम से ज्यादा नशा इन नैनों में,
हमारे ना पाक इरादे उन रैनों में,
दर्द भरा यह दिल मेरा,
मंजूर हैं हमें सजाएं तुम्हारी,
सर्द रातें और बाहें तुम्हारी,
और बातें करती निगाहें तुम्हारी।।

ना गुजरे रातें न आए सवेरा,
न रौशनी हो बस रहे अंधेरा,
ठंडी शीत सी चलती हवा,
और गर्म गर्म अदाएं तुम्हारी,
सर्द रातें और बाहें तुम्हारी,
और बातें करती निगाहें तुम्हारी।।

Terre Pyaar Mein
POET'S NOTES ABOUT THE POEM
Terre Pyaar Mein is a upcoming beautiful novel written by MD ehteshaam amman
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