तीर बस छोड़ते रहे
सवाल दिली सच्चे थे
जवाब देते तो पकड़े जाते
तो हमने चुप्पी साध ली
और बात इधरसे उधर घुमा ली
उनकी बातोँ मे दम था
पूछने का जोम था
हर सवाल पैना था
जवाब देना बहुत ही कठिन था
मई इ उनको रोकना चाहा
बीच बीच मे टोकना चाहा
पर वो अपनी बात पर अड़े रहे
पूछते पूछते एक बात पर खड़े रहे
'क़हाँ कहाँ प्यार हुआ ' उसका जिक्र करते रहे।
में शर्मसे पानी पानी हो रहा था
वो भी अपनी पकड़ जमा रहा था
मैंने अब रोकने की कोशिश नहीं की
'हाँ हाँ करता गया' जो जो बात सही थी।
सवाल वो हो
निशाना वो ही
हम सिर्फ निशाने पर रहे
वो लोग तीर बस छोड़ते रहे
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सवाल वो हो निशाना वो ही हम सिर्फ निशाने पर रहे वो लोग तीर बस छोड़ते रहे