ये हमारा वादा है
हो जाए पूरी बात
पर ना काट जाय पूरी रात
बहुत सपने है सजाए
आपभी तो कुछ बताए?
मेरा संसार सूना था
बस आप से ही मिलना था
मिलन का जोग आज ही है
चांदनी रात का उझाला भी है।
में कालीघटा से भी संतुष्ट हूँ
उसमे मुझे एकजुटता दिखाई देती है
छाँव में मुझे अपनापन दिखाई देता है
वो घटा मेरी सहेली भी तो है।
आपका अपना रूतबा है
हमारा भी एक मंसूबा है
हम रहेंगे परछाई की तरह
आपके बीना हो जाएंगे हवाले विरह।
ये हमारा वादा है
हम इसपर आमादा है
कभी ना पीछे हटेंगे
जहाँ भी होंगे, बस डटे ही रहेंगे।
welcome dr navinchandra k upadhyay Like · Reply · 1 · Just now
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ये हमारा वादा है हम इसपर आमादा है कभी ना पीछे हटेंगे जहाँ भी होंगे, बस डटे ही रहेंगे।