royal khatana Poems

Hit Title Date Added
1.
महरबान जिंदगी

महरबान जिंदगी


हर परिंदा उड़ता असमान है,
...

2.
जब लिखना भा गया

लिखते लिखते इतिहास लिखूंगा!
दर्द- ए- दवात कि स्याही से वो काली रात लिखूंगा
इस सर्दी कि धुप में एक नया साँस लिखूंगा
बीते सालों कि राज कि बात लिखूंगा
...

3.
ऊच नीच का पापड़ा

मैं पीछे हटा और
तू आगे बढ़ा
मुझे हटा हटा के
तू आगे बढ़ा
...

Close
Error Success