हम भी तो इंसान ही थे
Tuesday, March 6,2018
9: 31 PM
हम भी तो इंसान ही थे
हम पर ही भारी पड़े
संगीन आरोप जड़े
आते ही लड़ पड़े
हमको रुलाके ही छोड़े।
रिश्ते को हम निभाना जानते है
और निभाते भी है
पर कौन जाने क्यों हम पर ही आफत आती है?
कहर बरसाके चली जाती है।
हमने आत्मसम्मान को नहीं छोड़ा
नाही किसी को बिना वजह छेड़ा
हम बस भूलते गए
वो जुल्मढाते गए।
रिश्तों को भी नज़र लग गई
बस एक कायमीकालिख लगा गइ
हमने फिर भी गीला नहीं किया
बस मन ही मन माफ़ कर दिया।
हम कोरिश्तों की दुहाई मत देना
हम को तो हे ही अपनाना
बनाया है जो आपको अपना
ना ही टूटने देंगे सपना।
हम ठहरे इंसानियात कामोहरा
सुनते गए ज़रा ज़रा
उफ़ नहीं किया जुबान से
हम भी तो इंसान ही थे।
हम ठहरे इंसानियात कामोहरा सुनते गए ज़रा ज़रा उफ़ नहीं किया जुबान से हम भी तो इंसान ही थे।
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ndira Sharma Lajawab 2 Manage Like · Reply · 6m