रंग बिरंगे रंगों का त्यवहार मुबारक हो Poem by NADIR HASNAIN

रंग बिरंगे रंगों का त्यवहार मुबारक हो

रंग बिरंगे रंगों का त्यवहार मुबारक हो
हर पल हर दिन सबको ये हरसाल मुबारक हो

खेल रहे हों अवध में जैसे राधा कृष्ण रंगोली
चलो साथ में मिल कर खेलें धूम धाम से होली

नीला पीला हरा गुलाबी केसरया और लाल
धन दौलत हर ख़ुशी से भर दे रंग अबीर गुलाल
नई सुबह की नई किरण ख़ुशहाल मुबारक हो




आप को और आप के समस्त परिवार को रंगों के तैयोहार होली की हार्दिक बधाई

: नादिर हसनैन

Sunday, March 12, 2017
Topic(s) of this poem: happy
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