तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है Poem by NADIR HASNAIN

तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है

तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है
तू मेरी सुनहरी धरती नीला आसमान है
तू है मेरे दिल की धड़कन तूही मेरी जान है
रौशनी है नैनों की तू, तूही पहचान है
तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है

रातों के अंधेरों का चमकता सितारा तू
तेरी हर अदा में जादू, जशने बहारा तू
नंन्हीं कलि तू बनकर गुलसितां में आया है
बागों में बहार आई जब भी मुस्कुराया है
ओरे मोरे नन्हें राजा खुश्यों के बैंड बाजा
बाग़ों के चहकते बुलबुल आजा आजा पास आजा
आन, बाण, शान मेरी तुझपे क़ुर्बान है
तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है

ताऊँ ताऊँ चलना तेरा गिरना फिर संभलना तेरा
खिलखिलाना, हंसना रोना ज़िद पे मचलना तेरा
मोहनी अदा है क़ातिल कितनी खूबसूरत तेरी
दूर होजाती है उलझन देख ते सूरत तेरी
ज़िन्दगी का मेरे मक़सद, तुही दास्तान है
तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है
By: नादिर हसनैन

Monday, February 11, 2019
Topic(s) of this poem: blessings,happy
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