मै और वो Poem by Akhya K

मै और वो

Rating: 4.5

वो बात मुझसे करता है, पर बातें किसी और की होती है,
वो देखता मुझे है, पर उसकी आंखों में किसी और की पहली झलक का इंतजार है,
वो ख्याल मेरा रखता है, पर उसके ख्यालों में किसी और का एहसास है,
नाराजगी नहीं है उनसे, पर गम इस बात का है,
कि वो मुझसे हर दर्द बांटता है, पर हमदर्द किसी और का है।

COMMENTS OF THE POEM

Good poem of unrequited love.." गम इस बात का है, कि वो मुझसे हर दर्द बांटता है, पर हमदर्द किसी और का है।" one sided relationship… sorrowful state. He shares his difficulties and pains with me, but is reluctant to share mine..

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