है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं Poem by Ashish Singh

है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं

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है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं
पर कभी उससे न मैं इजहार करता हूं....
डर लगता है कहीं खो ना दू दोस्ती भी उसकी
इसी वजह से शायद अपनी Feelings भी बेकार करता हु....

है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं

है थोरी अलग वो औरो से
ये मैं मानता हूं
और दिखता है उसकी आंखों में भी प्यार
ये भी मैं जानता हूं...
है कुछ दूरियां कुछ Faasle बीच में हमारे
जो शायद आसानी से खत्म न हो
फिर भी ये तन्हा दिल उसकी आस में रहता है
जैसे सागर को भी किनारे का तलाश रहता है....
सोचता हूं कभी कह दूं मैं उससे अपने दिल की बात
पर फिर अंदर ही अंदर यू चुप सा रहता हूं...
और क्या बताऊ

है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं
पर कभी उससे न मैं इजहार करता हूं....

बैठा हु इस आस में शायद वो समझ जाए खामोशी को मेरी...
इस दिल में जो छुपी है उस बेकरारी को मेरी...
ये जो मेरी नजर है उनमें छिपी चाहत को मेरी..
और जो मैं ना कह पाउंगा शायद उससे
वो सारी बातों को मेरी...
आज कल मैं मेरी बातें मेरे जज्बात सब उसके आस पास रहते हैं

और हां मैं अपनी सारी Feelings अब उसके नाम करता हूं
और
है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं
पर कभी ना मैं उससे इजहार करता हूं...

वो कहती है मैं भी थोड़ा अच्छा हूं
वो कहती है मैं भी थोड़ा अच्छा हूं
इस नकली मतलबी दुनिया में थोड़ा सा सच्चा हूं
शायद उसकी भी Thinking मुझसे मिलती है
और मैं सच में खो जाता हूं उसकी बातों में
जब भी वो कुछ कहती है...

उसकी बातें और उसकी मुस्कान
सोचता हूं कैद कर लू में...बनाकर एक प्यारी सी File

यार क्या कहु मैं माफ करना मुझे
पर ये दिल फिर से गुस्ताखी कर रहा है
वो है या नहीं...नसीब में मेरे
ये भी नही जानता
फिर उसके साथ जीने के ख्वाब देख रहा है..

कुछ तो है उसके लिए इस दिल में
जिस्से मैं नहीं इंकार करता हूं
और
है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं
है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं
पर कभी ना मैं उससे इजहार करता हूं.......

© Mγѕτєяιουѕ ᴡʀɪᴛᴇR✍️

है एक लड़की जिस्से मैं भी प्यार करता हूं
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