बनाना चाह रहा
तलाश रहा कोई आपको
बना ना चाह रहा आपको
दिल में आप ऐसे बसे है!
महोबत के जाल में अपने आप फंसे है।
आपको मिटा नहीं रहा
बस मन में बसा रहा
आपकी चाहत ही ऐसी है
कल्पना की मूरत ही ऐसी है।
तेरा हुस्न ही ऐसा है
कहने को बहुत खासा है
पर दिल कह नहीं पायेगा
और कह भी दिया तो रह नहीं पायेगा।
तू झुठला नहीं पायेगी
अपने आप खींची चली आएगी
मे तो बेतहाशा देखता रह गया
बस मन ही मन अपना बनाने की शाह में आ गया।
हमारी दीवानगी ही समझो
शान आपकी पर सान में ही समझो
कुछ नहीं बिगड़ेगा दिल को समझाकर
बस खुलकर कहो हां और करो एजहार।
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हमारी दीवानगी ही समझो शान आपकी पर सान में ही समझो कुछ नहीं बिगड़ेगा दिल को समझाकर बस खुलकर कहो हां और करो एजहार।