भरोसा बिलकुल उठ गया है
वो रूठ गया है हम लोगों से
बेतुकी बातों से
हमारे दोगले वर्तन से
जूठ बोल ने से ओर बेवफाई वतन से।
अरे भाई क्यों बदनाम करने पर तुले हो?
मेरे नाम पर बट्टा और कालिख क्यों पोतते हो
धर्म के नाम पर झगड़ा और खानाख़राबी करते हो
फिर लोगोके सामने मजहबी बनने की कोशश करते हो।
मैंने कभी नहीं चाहा लोग परेशान हो
भलाइ के बदले एहसान फरामोश हो
सही समय पर खामोश देखते रहते हो
मदद करना तो दूर पर ठहाका मारते रहते हो।
मैंने चर्च में रहना ही छोड़ दिया है
मंदिर में घंट बजवाना ही छोड़ दिया है
मूल्लाजी से कह दिया है बाँग मत पुकारे
यह सब इसीलिए की सच्चे लोग दूर रहे बेचारे।
मुझे थोड़ी सी भनक होती तो भरोसा ना करता
इंसानो को धरती पर कभी नहीं भेजता
उनके भेजे में एक चीज का रोपण जरूर से करता
वो प्यार ही प्यार करता ओर नफरत कभी ना करता।
मेरा वक्त अभी आ गया है
अब भरोसा बिलकुल उठ गया है
ना में चर्च, मंदिर और मस्जिद में रहूंगा
बस सही आदमी के दिल में गाता रहूंगा।
welcomemdenama siddiqui Unlike · Reply · 1 · Just now
मेरा वक्त अभी आ गया है अब भरोसा बिलकुल उठ गया है ना में चर्च, मंदिर और मस्जिद में रहूंगा बस सही आदमी के दिल में गाता रहूंगा।
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Nasim A Salim God is gone on long leave 🌶 Like · Reply · Just now