बिना इझाजत का परवाना कहते है Bina Ihajat Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

बिना इझाजत का परवाना कहते है Bina Ihajat

बिना इझाजत का परवाना कहते है

हर चीज़ में औरत है
विनाश में भी और शोहरत में भी
उसके बिना जीवन ही अधूरा है
वो ही तो हमारे जीवन की एक मात्र धुरा है

इस को इस तरह लिया जाय
सभी बाकी पहलुओंको पूरा मान दिया जाय
हमारे देश में आज भी औरत सर्वोच्च है
उसका स्थान सुनिश्चित और उच्च ही है

न ही हम उनको परदे में रखने के हामी है
न हीं हम उनकी बदनामी के पक्षधर है
बात उसूल की है तो यह बिलकुल सही है
माँ और बहने ही पीड़ित है।

हम बाते तो एक्कीसवीं सदी की करते है
पर आचरण जंगलवर्ष की तरह ही करते है
हम भूल जाते है की हमारा उत्थान उन्ही से है
और अधोगति भी उनके पतन से है।

पशु अपना स्वाभाव कभी नहीं बदलता
मानव इस चीज़ को बराबर समझता
पर आखिर में पशुता आही जाती है
बर्बरता और नीचता आँखों में बहने लगती है।

फिर भी मायूस होने की जरुरत नहीं
हमारी भी आदतें सही नहीं
हम दूसरी संस्कृति को इधर लाना कहते है
पर अपने मूल्यों को बरकरार रखते है

कुत्ते की दम सीधी हो नहीं सकती
हमारी फितरत कभी बदल नहीं सकती
हमारा गुस्सा अपनी माँ और बहन की हिफाजत तक ही है
बाकियों को हम अपनी हवस के लिए बिना इझाजत का परवाना कहते है।

बिना इझाजत का परवाना कहते है Bina Ihajat
Tuesday, April 19, 2016
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

कुत्ते की दम सीधी हो नहीं सकती हमारी फितरत कभी बदल नहीं सकती हमारा गुस्सा अपनी माँ और बहन की हिफाजत तक ही है बाकियों को हम अपनी हवस के लिए बिना इझाजत का परवाना कहते है।

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

welcome nisha lovely khurana Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

1Pritam Kumar Comments welcome Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

welcome asim khan Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

WELCOME DINESH Dinesh Jangid Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 20 April 2016

1Rakesh Gupta welcome Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

welcomepramod rai Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

welcome imran khan Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

WELCOME SULEMAN MOHD YUSUF Unlike · Reply · 1 · Just now

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Mehta Hasmukh Amathalal 19 April 2016

WELCOME JYOTSANA Paras Raheja Unlike · Reply · 1 · Just now

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Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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