देश के लिए खिलाफत..desh ke liye khilafat Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

देश के लिए खिलाफत..desh ke liye khilafat

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देश के लिए खिलाफत

क्यों नहीं वतन हमें है प्यारा?
क्यों नहीं रखते हम भाईचारा?
बहती है गंगा एक, बस लेकर विचारधारा
इंसान से हो इंसान का एक ही इशारा।

क्यों फर्क आ गया है हमारी सोच में?
क्यों हम लाते है धर्म को बीच में?
सभी सीमाये हमने लाँघ ली है
मानवता की परिसीमा हमने बांध ली है।

गरीब का अस्तित्व तो कभी भी नहीं है
किसान बेमौत मरता है उसका जिक्र भी नहीं है
हम कहाँ जा रहे है उसकी गम्भीरता भी नहीं है?
हमें सच की परिभाषा देने की निडरता भी नहीं है

नेता अपनी वकालत खूब कर रहे है
कितनी दौलत है उसकी कबुलात नहीं कर रहे है
थोड़े समय में इतनी दौलत कहाँ से आई?
देश की अस्मिता बचाने की बारी है अब आई।

मुझे नहीं मालूम उन्हें गरीबी का अंदाज़ भी होगा?
किसी झुग्गी में जाकर खाना महज दिखावा होगा
इतना अनाज सड़ रहा है उसका जवाब किस को देंगे?
बोलते बोलते ये जूठ का बोझ किसपर डालेंगे?

सब कहते है 'हमें जनता पर विश्वास है'
हम सब सेवा करते रहेंगे जब तक साँस में सांस है
लेकिन हमारे लिए एक बड़ी कर साईरन वाली हो
बड़ी कोठी हो और सिक्योरिटी आगे पीछे चलने वाली हो।

इन्हे नाहीं अंदाज है अपनी हैसियत का
और नाहीं बोलने की कैफियत का
वो क्या बोलते है वो उनको नहीं मालुम?
बस नारा लगा रखा है बाकि सब है जालिम

हमें पीसना ही है उनके बातों से
वो हमेशा मारते रहेंगे हमें लातों से
पोलिस बेरहमी से हम पर त्रासदी गुजारेगी
हर फ़रियाद पर कई फीसदी पैसा वसूलेगी

हमारा कारवाँ दमन सहता रहेगा
हमरा लहू युही बेमतलब बेहता रहेगा
कोई हमारा हमसफ़र नहीं और कोई हमारा मददगार नहीं
यदि कोई है भी तो गरीब है बस तवंगर नहीं

आप कहते है ये ' किसान और मजदुर' का देश है
यहाँ हर धर्म और इंसान विशेष है
किसी को कहने की, सुनने की पूरी इजाजत है
बस देश के लिए खिलाफत किसी सूरत में मंजूर नहीं है

Wednesday, April 23, 2014
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Mehta Hasmukh Amathalal 25 April 2014

Hasmukh Mehta welcome gp maurya rajat 6 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 25 April 2014

Arti Karkera likes this. Hasmukh Mehta welcome arti 45 secs · Edited · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 24 April 2014

Hasmukh Mehta welcome mamta dhiman 18 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 24 April 2014

Taran Singh likes this. Hasmukh Mehta welcome 5 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 24 April 2014

welcome tanuja parihar 9 secs · Unlike · 1

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welcome sanjay kurmi 3 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 28 April 2014

welcome rama rajor 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 27 April 2014

Seen by 4 Sonu Gupta likes this. Hasmukh Mehta welcome 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 26 April 2014

Tejash Doshi likes this. Tejash Doshi jay hind.. 4 mins · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 25 April 2014

Kavi C M Atal sundartam rachna mehta ji badhayee April 24 at 8: 26pm · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathaal

Mehta Hasmukh Amathaal

Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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