दिल से तो पूछ लेते Dil Se To Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

दिल से तो पूछ लेते Dil Se To

Rating: 5.0

दिल से तो पूछ लेते

उम्र और प्यार
भूत हो जाएगा सवार
कभी पूछ के आह्वाहन करो
फिर मुश्किलों का सामना करो।

ये क्या कर बैठे?
मुश्किलों का पहाड़ उठा बैठे!
अरे दिल से तो पूछ लेते
अब हो गया ना 'लेने के देने'

पुराना अनुभव काम नहीं आता
प्रेम बहुत कुछ सिखाता
हर गली में प्रेमिका का जलवा कुछ और ही होता
सिटी बजालो तो गलिका कुत्ता ही भोंकता।

जनाब। आप नौसिखिया ही निकले
बिना सोचे प्रेम करने निकले अकेले
बस कोलर ऊपर उठा लिया और लगे गुनगुनाने
सपने में भी हाथ उठाकर लगे हंसने।

दिल से तो पूछ लेते Dil Se To
Wednesday, November 16, 2016
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Gajanan Mishra 16 November 2016

Namaskar, bina soche prem karne nikle, wonderful 10

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Mehta Hasmukh Amathalal 16 November 2016

welcome alpa negi Unlike · Reply · 1 · 1 min

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Mehta Hasmukh Amathalal 16 November 2016

pratap singh Unlike · Reply · 1 ·

0 0 Reply
Mehta Hasmukh Amathalal 16 November 2016

जनाब। आप नौसिखिया ही निकले बिना सोचे प्रेम करने निकले अकेले बस कोलर ऊपर उठा लिया और लगे गुनगुनाने सपने में भी हाथ उठाकर लगे हंसने।

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Mehta Hasmukh Amathaal

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Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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