एक ही इशारे
मिलता नहीं साथ हुस्न वालों का
बस दिल जल जाता है देखने वालों का
नजर तो वो नीचे ही रखते है
अंदाज निराला और अनुत्तर ही रहते है।
कुछ गलती से पुछ लिया तो शामत सहमत आ जाती है
शब्दो के बाण से मानो क़यामत नजर आ जाती है
बस कोई नहीं पूछ सकता दिल के हालबेहाल!
पर खुद रहते है हंसी के खजाने से मालामाल।
लड्डू मन में जरूर फुट रहे है
कहने को कुछ लब्ज़ एकजुट कर रहे है
हो सकता है कल ही कह दे
मन की बात मन में ही रख दे।
ना करो मनमानी अपने दिल से
कह भी दो आज खुले दिल से
हम भी बेतहाशा उस चीज़ के इन्तेजार में है
बस इलाज आपके इजहार में ही है।
इतना तो मालुम हो गया
बस कहते कहते चेहरा मासूम सा हो गया
कौन करता है फिकर आजके ज़माने में?
हसीना के एक ही इशारे तैयार रहते है मर मिटने में।
welcome r k khandhar Unlike · Reply · 1 · Just now 53 minutes ago
xR K Khandhar RK Beautiful pic n wording ji. 52 minutes ago
इतना तो मालुम हो गया बस कहते कहते चेहरा मासूम सा हो गया कौन करता है फिकर आजके ज़माने में? हसीना के एक ही इशारे तैयार रहते है मर मिटने में।
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R K Khandhar RK Excellent.ji. today by hasmukh amathalal