गुम हो जाएंगेGum Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

गुम हो जाएंगेGum

गुमहो जाएंगे

Saturday, March 17,2018
10: 27 AM

गुम हो जाएंगे

मोदीजी और योगीजी
दोनों ही है महान हस्तियां जी
दो ग्रहों का आपसी मेल है
इसीकिये हिन्दूस्तां खुशखुशाल है।

हमे देश की विडंबना है
कितने हीलोग पैदा करते है अड़चना
हिन्दुस्तान की प्रगति देखी नहीं जाती
हरदम उनकी चेन उड़ा जाती।

दो सीटें क्या मिल गई!
जैसे संजीवनी मिल गई
पर उनकी पुरानी करतुते लोग नहीं भूल पाए
जुगलबंदी थोड़ा सा रंग दिखा गए।

दोनों अपने हस्ती को ज़िंदा रखने
भुला ने जारी पुराने कारनामे
मोदी को हटाओ वरना सब को निगल जाएगा
हमारी हसती को मिटा के ही रहेगा।

कोन्ग्रेस की जमानत भी जप्त
फिर भी रास नहीं आई मात
"मुझे लोको ने समर्थन दे दिया " तेजेस्वर बोले
भले ही चारा गोटालेवालों को जेल भेजे।

ऐसे ऐसे लोग हिंदुस्तान को तोड़ने में है व्यस्त
पर उनके होंसले हो जाएंगे परास्त
देश का अपमान करनेवालों को होक रहेगी शिकस्त
देश के लोगो में है जूस्सा और शिस्त।

देश जाय भाड़ में हम को सब दे दो
बाकी देशवासियों को पीछे छोड़ दो
इसी सोच के साथ मिल रहे है विरोधी
पर गुमहो जाएंगे सब इसी आंधी में।

गुम हो जाएंगेGum
Saturday, March 17, 2018
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Rajnish Manga 17 March 2018

व्यक्ति विशेष की पूजा अर्चना से बाहर आइये. आपने ठीक कहा- कुछ नेताओं में अहं की यह स्थिति है कि देश जाय भाड़ में मेरी इमेज चमकनी चाहिए.

0 0 Reply
Mehta Hasmukh Amathalal 17 March 2018

देश जाय भाड़ में हम को सब दे दो बाकी देशवासियों को पीछे छोड़ दो इसी सोच के साथ मिल रहे है विरोधी पर गुम हो जाएंगे सब इसी आंधी में।

1 0 Reply
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Mehta Hasmukh Amathaal

Mehta Hasmukh Amathaal

Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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