ज़िंदा हूँ मगर ज़िंदा नहीं
ज़िंदा हूँ मगर ज़िंदा नहीं
कहना है मुझे पर दिल कहता नहीं
'वो थे मुझे पसंद' मगर कह सका नहीं
कारवां गुजर गया बस रुका ही नहीं।
हाथ मेरा ऊपर का ऊपर ही उठा रह गया
बस एक ही दुआ बार बार मांगता गया
वो कहीं भी रहे अपनों को सदा याद रखे
जो पीछे छूट गए है उनको सदैव मन में रखे।
उनका जीवन देश का भ्रमण ही है
वो एक जगह रहते ही नहीं है
बस रुक गए तो थोडा सा रुक गए
देखा ना देखा और फिर मूक हो गए।
मिलता है सदा प्यार उन लोगों का जिन के पास चाहत है
जो हसरत भरी निगाहों से देखते है ओर आहत हो जाते है
थोड़ा सा मन भर आता है और करीब जाने का दिल करता है
मंज़िल कभी नहीं मिलती उनको जो हमेशा डरता रहता है।
welcome ricky jaiswal Unlike · Reply · 1 · Just now
मिलता है सदा प्यार उन लोगों का जिन के पास चाहत है जो हसरत भरी निगाहों से देखते है ओर आहत हो जाते है थोड़ा सा मन भर आता है और करीब जाने का दिल करता है मंज़िल कभी नहीं मिलती उनको जो हमेशा डरता रहता है।
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DrBharat Chablani nice Unlike · Reply · 1 · 4 mins