कोई कच्चा रंग नहीं
जब तक आस है
मुझे पूरा विश्वास है
ओर एहसास भी है
महसूस भी होता है। कोई कच्चा रंग नहीं
विश्वास है जननी
जज्बात है इंसानी
थोड़ी सी है हैरानी
पर रखो थोड़ी सी निगरानी। कोई कच्चा रंग नहीं
विश्वास भंग
बना देता है आदमी को अंध
झटका बड़े जोर का होता है
इंसान को जीते जी मार देता है। कोई कच्चा रंग नहीं
यही तो हमारी धरोहर है
हर शाम और प्रहर उसका नाम है
हम उसके सहारे ज़िंदा रह सकते है
उसकी प्रशंशा और वाहवाही सदा करते रहते है। कोई कच्चा रंग नहीं
आपका दिल तो देखो एकबार
कितना महसूस करता है भरे बाजार
वखान करते जबान थकती नहीं
इंसान और मेहमान के लिए थमती ही नहीं। कोई कच्चा रंग नहीं
इसी बिच इसका उल्लंघन दिल को तोड़ता है
मन का विश्वास पुरा डगमगा जाता है
दिली रिश्ते में दरार आ जाती है
आदमी अपने आप में ठगी महसूस करता है। कोई कच्चा रंग नहीं
ना करना विश्वास उन लोगों से
और बच के रहना तबाही से
मत भंग मंजूर है पर मनभंग नहीं
यह हमारा पक्का अंदाज है कोई कच्चा रंग नहीं। कोई कच्चा रंग नहीं
x swroop mishra Unlike · Reply · 1 · Just now today by hasmukh amathalal
xSanjay Shobhwani वाह See Translation Unlike · Reply · 1 · 6 mins 21 Oct by
x welcome rohan the daivat Unlike · Reply · 1 · Just now 1 hour ago
x tarun h mehta Unlike · Reply · 1 · Just now 1 hour ago
Sanjay Shobhwani वाह See Translation Unlike · Reply · 1 · 6 mins
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ना करना विश्वास उन लोगों से और बच के रहना तबाही से मत भंग मंजूर है पर मनभंग नहीं यह हमारा पक्का अंदाज है कोई कच्चा रंग नहीं। कोई कच्चा रंग नहीं