मुझे रास्ता Mujhe Rasta Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

मुझे रास्ता Mujhe Rasta

Rating: 5.0


मुझे रास्ता दिखाएगा

सजनी ना रुकना मेरी मजबूरी है
बात पूरी करना जरुरी है
इतनी बेसबुरी अच्छी भी नहीं
माझी को चल ना है रुकना नहीं।

में समंदर की गहराई माप चुका हूँ
तेरी आँखों में प्यार देख चुका हूं
खुदा ने चाहा तो हम फिर मिलेंगे
मिलजुलकर बातें करेंगे और खूब मौज करेंगे।

तू चुलबुली है और चंचल
साथ में उड़ रहा है तेरा ये आँचल
मेरा आसमान तो उसमे समां गया है
तेरी याद दिलमे रखकर अरमान बन गया है।

थमना मेरा काम नहीं
रुकना मेरा मुकाम नहीं
बस तेरी याद ही मेरी मंज़िल है
उर्मि से भरा ये मेरा दिल ही है।

तेरे आगोश में, में खो चुका
सब कुछ देके अब ही पा सका
तुझे पाने का मौक़ा आज ही है
बस बाकी तो आगे बढ़ना मेरी फितरत है।

रात के अंधरे में में तुझे देख रहा हूँ
काली घटा में चन्द्रमा को निरख रहा हूँ
तू ना होती तो शायद चन्द्रमा को ना जान पाता
सच्ची निशानी को दिल में समा ना पाता।

बस हल्की सी मुस्कान बिखेर दे
आँखे मेरी और करके, विभोर कर दे
पूरा सफर मेरा यूँही कट जाएगा
तेरी याद ही मुझे रास्ता दिख जाएगा

Friday, May 23, 2014
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM

1 Hasmukh Mehta welcome dinesh soni 3 secs · Unlike · 1

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Hasmukh Mehta welcome shukla omey 3 secs · Unlike · 1

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Seen by 3 Arneja KS Bahut Sundar Rachna. 25 mins · Unlike · 1

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Dheeraj Sharma Sharma likes this. Hasmukh Mehta welcome 3 secs · Unlike · 1

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Sweta Singh likes this. Hasmukh Mehta welcome 11 mins · Unlike · 1

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ke · · Share Seen by 10 Goodun Keshri likes this. Hasmukh Mehta welcome 3 secs · Unlike · 1

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welcome. Changez Shail Mirza Khan shared your photo.

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Menu Rose likes this. Hasmukh Mehta welcome 3 secs · Unlike · 1

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welcome maria jaqualine an danjana chaudhary, Devender Kaur, Ramesh Rai 3 secs · Unlike · 1

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Rishikesh Kumar kya baat sir nice line. 9 hrs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathaal

Mehta Hasmukh Amathaal

Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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